फूलों ने शबनम बिखेरे
तारों ने अपनी सेज लगाई है
चांद भी उतर आया धरती पर
देने आपको 50 वर्षगांठ की बधाईयां हैं|

खुशियों ने नगमे बिखेरे
सितारों ने अपनी महफिल लगाई है
आपको वर्षगांठ की बहुत-बहुतबहुत बधाईयां हैं।

तारों ने अपनी खूबसूरती बिखेरी
चांद भी देखो, जमी पर आज उतर आया है
मुस्कुराते रहें आप दोनों साथ यूं ही
बस यही दुआ आपके ५० वी सालगिरह पर लाया है।

नभतल में सारे तारे निकल आए हैं
सितारे सारे प्रांगण में चारोंऔर छाए हैं
आसमान पूरा धरती पर उतर आया है
देने आपको ढेर सारी दुआएं हैं
खुशियां नूर बनके बरसे आपके जीवन में
पूरा परिवार देता आपको ढेर सारी शुभकामनाएं हैं
५० वी वर्षगांठ की ढेरों बधाईयां हैं।

देखकर चांदनी को चांद आज शरमाया है
जैसे प्यार भरा मौसम फिर लौट आया है
वो हाथों में हाथ और प्यार भरी मुलाकातें
और वो हसीन वादियां और ढेर सारी बातें
जो कहानी बन कितने किरदार निभा जाती हैं
झलकते जज्बात से दिल का हाल बता जाती हैं
देखते ही देखते इस कहानी को ५० वर्ष पूरे हो गए हैं
और आज हम सब मिलकर देते आपको इस दिन की ढेर सारी बधाईयां हैं
फूलों ने फिर शबनम बिखेरे
तारों ने अपनी सेज लगाई है
असमान खुद उतर आया धरती पर
मौसम ने लगाई अपनी चारपाई है
प्यार हर मर्ज की दवाई है
बज रही आज फिर शहनाई है
देने आपको आए सब शुभकामनाएं है
गोल्डन जुबिली की ढेरों बधाईयां हैं।

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