Skip to content
Home » speech » ओजोन डे पर भाषण हिंदी में | Speech on Ozone Day in Hindi

ओजोन डे पर भाषण हिंदी में | Speech on Ozone Day in Hindi

  • by
Ozone Day Speech in Hindi, Speech on Ozone Day in Hindi

ओजोन

बस्तियां तो तुमने खूब बनाई हैं
पेड़ों को काटकर अपनी द्वारिका नगरी सजाई है
समुद्र के तल में अपनी नई दुनिया बसाई है
और आसमान में उड़ने वाले परिंदे भी बनाए हैं
पर तुम अपने स्वार्थ की पूर्ति करने में इतना लीन हो गए कि
तुमने ओजोन परत क्षरण के कितने रास्ते भी तो बनाए हैं।

आदरणीय प्रधानाचार्य जी, समस्त शिक्षकगण,
पधारे गए अतिथि गण और सहपाठी।

ओजोन? क्या है ओजोन और हर रोज इतनी चर्चा का विषय क्यों बना है, क्या यह इतना उपयोगी है, अगर हां तो इसका क्षरण क्यों हो रहा है, क्यों इसकी परत में छेद हो गया है, आज प्रकृति में व्याप्त एक पतली सी परत मगर सोने-चांदी,, हीरे से भी बहुमूल्य गैस के बारे में जानते हैं और इसे मिलकर बचाने का प्रयास करते हैं।

ओजोन गैस की एक परत है जो सूर्य की पैराबैंगनी किरणों से धरती को बचाती है और पृथ्वी पर जीवन को सुरक्षित करती है। ओजोन ऑक्सीजन के तीन परमाणुओं से बनी एक गैस है जो वायुमंडल में बहुत कम मात्रा में पाई जाती है, और धरती से
10 किलोमीटर से
50 किलोमीटर की ऊंचाई के बीच पाई जाती है।

बड़े-बड़े
वैज्ञानिक देते जिसका ज्ञान है
आओ हम भी समझें उसके पीछे का विज्ञान है
दिया हमें पृथ्वी पर जीवन है
ओजोन परत सृष्टि के लिए प्रकृति का वरदान है।

आज यह लावा उगलते हुए पहाड़, तिलमिलाई हुई धरती, जंगलों से निकलता हुआ दावानल, पिघलते हुए ग्लेशियर्स, कटते हुए हजारों वन, कारखाने से निकलता धुएं का गुब्बारा आज चीख-चीख यही कह रहे हैं, मानव तुमने अपने स्वार्थ को साधते-साधते साधते प्रकृति से और छेड़छाड़ की तो प्रकृति कभी भी अपना कहर बरसा सकती है, ओजोन में छेद होना और धीरे-धीरे इस छेद का बढ़ना रहना आने वाले संकटों की चेतावनी दे रहा है, क्योंकि अगर यह ओजोन परत का क्षरण होगा तो आने वाले समय में समुद्री जीवों पर संकट और मानव और पशु-पक्षी
में भी इसका असर देखने को मिलेगा, त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद जैसी बीमारियां जन्म लेंगी और यह धरती रहने लायक नहीं रहेगी।

किसी कवि ने कहा है रुख लगाया रखाया कोणी
मीठा फल भी चाखया कोणी
स्वार्थ री ले हाथ कुल्हाड़ी
बोलो किन रा काम सरावा, किन ने बोलो बावला

आज मानव में पर्यावरण को प्रदूषित करने में कोई कमी नहीं छोड़ी, वनों की कटाई कर प्रकृति पर पत्थर उछाल रहे हैं, लाखों जीव-जंतु के अस्तित्व को मिटा रहे हैं, मिट्टी का क्षरण, बाढ़, भूमिगत स्तर का नीचे गिर जाना, ग्लोबल वार्मिंग को जन्म और ओजोन परत क्षरण का कारण बन रहे हैं, आज मानव अपना हित तो साध लेते हैं पर आने वाली पीढ़ी के लिए संकट के द्वार भी खोल देते हैं।

क्या आप जानते हैं सूर्य की किरणें हमारे लिए कितनी घातक हो सकती हैं, इसका एक जीता-जागता जागता उदाहरण अमेजन के जंगल हैं जिन्हें धरती के फेफड़े कहा जाता है, और जिससे 20 प्रतिशत ऑक्सीजन मिलता है, आज जल रहा है, और हैरत की बात यह है कि 47 हजार वर्ग किलोमीटर यह जल चुका है, इसका परिमाण सूर्य की तेज किरणें ही हैं जिन्होंने आज दुनिया के सामने इतनी बड़ी ज्वलंत समस्या ला के खड़ी कर दी है।

जैसे मां अपने बच्चे को
धूप से बचाती है
अपने साड़ी के पल्लू में कहीं छिपा देती है
वैसे ही ओजोन परत सूर्य की तेज किरणों से हमें बचाती है
पूरे समताप मंडल में अपना कवच बिछाती है।

जब-जब जब मानव प्रकृति से खिलवाड़ करता है, प्रकृति अपना नया रूप दिखाती है, एक आदमी सुअर को खाता है, और भावी पीढ़ी को स्वाइन फ्लू जैसी मक बीमारी से ग्रस्त होना पड़ता है, कहा भी है एक डूबा साथ में हजारों को ले डूबा, हम प्रकृति से मेलजोल बनाए रखें रखे तो शायद यह समस्या उत्पन्न ही नहीं हो, हम अपने घरों को साफ रखते है, पर क्या उन कचरे को सड़क पे नही फेंकते,हरे भरे वातावरण में रहना पसंद करते है, पर क्या हमने वृक्षारोपण किया, क्योंकि हम इसके बारे में सोचते ही नहीं, सुंदर भारत का स्वप्न देखते है, पर इस दिशा में हमारे प्रयास निर्थक ही नजर आते है, और जब तक संकट हमारे द्वार पे दस्तक नही देता, हम जागते भी नही है।

ओजोन को सबसे अधिक नुकसान CFC गैस करती है, जो फ्रिज, एयर कंडीनीयर और अन्य उपकरणों से पहुंचता है, 1987‍ में 196 देशों ने ओजोन परत की सुरक्षा के लिए मोंटोरियल प्रोटोकाल पर हस्ताक्षर किए और इसके फलस्वरूप CFC गैस के उपयोग में काफी काफी देखने को मिली है।

पर ओजोन परत की उपयोगिता को समझकर हमे सबको मिलकर प्रयास करना होंगा और लोगो की इसके प्रति जागरूक करना होंगा और हमारे छोटे छोटे प्रयास जैसे , C F C मुक्त उपकरण का प्रयोग, ऊर्जा की बचत, पेड़ो का लगाना, पर्यावरण दूषित न हो, ऐसे पदार्थ का उपयोग करे ताकि पर्यावरण में प्रदूषण कम हो और यह ओज़ोन गैस को हानि न पहुंचाए।

अंत में इतना ही कहकर अपनी वाणी को विराम देती हु

ओजोन परत हम सबकी सुरक्षा का रखती ख्याल है,
बनकर खड़ी वो एक ढाल है,
सूर्य की पैराबेंगनी किरणों से हमे बचाकर
हरियाली से प्रस्फुटित करती सारा संसार है ।

Must Read:-

Kargil Vijay Diwas Kavita

Earth Day Speech in Hindi

https://www.instagram.com/nrhindisecretdiary?igsh=MTdydnk5ZW5qZjF4YQ==

error: Content is protected !!