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Poem on Dilip Kumar Ji | Tragedy King

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poem on tragedy king dilip kumar

चित्रण क्या करूँ उनका जिसका जीवन खुद एक विश्लेषण था
लाखो करोड़ो के दिलो में बसने वाला वो एक अभिनेता था
कितने ही awards से जिसने खुद को नवाज़ा था
सब छोड़ चले वो tragedy किंग हमारा था।

फिल्मी दुनिया की वो अलग ही पहचान थे
किरदार में बसती उनकी जान थी
नाम शोहरत और रुतबे के वो मिसाल थे
Acting उनकी बेमिसाल थी।

जवारभाता से जिसने की शरुआत थी
जुगनू से जिसने किया दिलो पे वार था
देवदास में निभाया जिसने अनोखा किरदार था
अपने अंदाज से जिसने रचा एक इतिहास था।

निहारती पलको से कर रहे अभिनंदन
दिलीप कुमार जी आपको हमारा हमारा सत सत नमन
दीप प्रज्जवलित कर फूलो को करते हम अर्पण
दिल से देते हम आपको सच्ची श्रद्धांजलि है।

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Poem on Hindi Diwas:-https://nrinkle.com/2021/06/hindi-diwas-par-nibandh-speech-on-hindi-diwas-hindi-diwas-kyu-aur-kab-manaya-jata-hai-poem-on-hindi-diwas/

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