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Graduation Day Script in Hindi | Convocation Ceremony Script in Hindi | Dikshant Ceremony Script in Hindi

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हमारी सभा में उपस्थित सभी अथितिगण का सादर अभिनंदन, हमारे आज के chief guest प्रांगण में पधार चुके है, जोरदार तालियों के साथ इनका स्वागत करे।

Graduation ceremony
एक आगाज है उन कदमों का
जो कल सफ़लता की बुलंदियों पर होंगे
राहे अलग अलग होंगी
पर कामयाबी के शिखर पर आने वाली चटाने वही होंगी
यह सिर्फ दीक्षांत समारोह नही
जो सपने देखे थे खुली आंखों से, उन्हे पूरा करने का समय आया है
रास्ते कर रहे तेरा इंतजार, मुसाफिर अब चलने का समय आया है।
Graduation ceremony तुम्हारे प्रयास से आने वाला सुनहरा कल का आभास है
13 दीक्षांत समोरोह का करते आगाज, उपलब्धि और मेहनत को मिलेगा अब मुकाम है।

सर्वप्रथम सरस्वती पूजन और दीप प्रज्वलन के लिए में संस्थान के अध्यक्ष….……..,मुख्य अथिति…….. और प्राचार्य को आमंत्रित करती हूं।

दीप प्रज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा है
विद्यालय का प्रांगण रोशनी से हुआ उजयारा है
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा सत सत अभिन्नन्दन है

कार्यक्रम की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पधारे गए मुख्य अथिति…… और विद्यालय के प्राचार्य ….को stage पे आमंत्रित करती हूं और अनुरोध करती हूं कि वो ध्वजारोहण करे।

(ध्वजारोहण के बाद)
में पधारे गए अथतिगण, शिक्षकगण और विद्यार्थीयो से निवेदन करती हूं, की वो राष्ट्रगान के लिए अपने अपने स्थान पे खड़े हो जाइए।

Now I request principal mam to declare the 11 convection ceremony open

After opening

Thanku so much mam

अब में कॉलेज की प्राचार्य ……. को निवेदन करती हूं वो उदबोधन स्वरूप दो शब्द कहकर हमे अनुग्रहित करे।

क्या चित्रण करू में mam आपका, आप खूद में विश्लेषित है
नारियल जैसी कठोर पर अंदर से सुरभित चंदन है।

अब मै आज की इस कार्यक्रम के मुख्य अथिति …….sir से request करुँगी की वो दो शब्द कहे।

सुबह की किरणें प्रस्फुटित होता जैसे आकाश है
वैसे ही आपके आगमन से विद्यालय में फैला नया प्रकाश है
अल्फ़ाज़ तो नही है मेरे पास अब कहने को
पर आप जैसे अथिति जिस प्रांगण में पधारे हो
उस कार्यक्रम में लग जाते चार चांद है।

अब में नवीन sir से रिक्वेस्ट करती हु की वो मंच पे आए और शैक्षणिक गतिवधि के बारे में बताएं कि किस तरह शिक्षा के साथ व्यावहारिक परीक्षण का सामंजस्य भी यहां हमने पाया है, ताकि जब हम विद्यालय से बाहर निकले तो अपने आप मे सक्षम नागरिक बन के उभरे। इतना ही गुरु के सानिध्य में ज्ञान का सतत और निरंतर विकास भी हमने यहां किया। इसलिए यह विद्यालय शिक्षित समाज की नींव रखने की पाठशाला है।

अब में chief guest sir से रिक्वेस्ट करती हु की वो बच्चो को मेडल और डिग्री प्रदान करे।

अब में नवीन sir से रिक्वेस्ट करती हु की वो सबका धन्यवाद ज्ञापित करे।

अंत में चार पंक्तियों से अपनी वाणी को विराम देती हु और इस दिन की सबको बधाई देती हु।

जिंदगी का सबसे खूबसूरत सा सफरबस अब याद में सिमटने वाला है। कुछ अनकहे से ख्वाबऔर कुछ खट्टीमिठी याद बन के रहने वाला है। अब तो facebookपे सिर्फfriends बन के रह जायेंगे मिलना तो दूर एक दूसरे के tag बन के रह जायेंगे। जिंदगी रफ्तार पकड़ लेंगीजिम्दारियों अब कल को जकड़ लेंगी फ़ुर्सत के पल सिमट गए है बस अब एक दूसरे की याद में याद बन के रह जायेंगे।

Dikshant Ceremony Speech in Hindi

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