जो होते है दिल के पास
और होते हमारे सबसे खास
छिपी होती है उनमें कही प्रतिभाएं
हुनर की होती है उनकी कही रेखाएं
हर बच्चा होता है थोड़ा अलग
बस भरने होते है उनमें कही रंग
ताकि उनकी प्रतिभा को मिलता रहे निखार
क्योंकि भविष्य का करेंगे यही सफ़ल निर्माण
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षक गण और मेरे प्यारे सहपाठियो
जैसा कि हम सब जानते है की आज का दिन बहुत खास, हर बच्चे को रहता इसका इंतजार है, पर क्या हम यह जानते है चिल्ड्रंस डे kyu बनाया जाता है,
चिल्ड्रेन्स डे चाचा नेहरू की स्मृति में बनाया जाता है जिनका पूरा नाम पंडित जवाहरलाल नेहरू था। पर बच्चे इन्हें चाचा नेहरू कहकर ही पुकारते थे।
बच्चो के यह सबसे प्रिय थे और चाचा नेहरू को भी बच्चे बहुत प्रिय थे।
चाचा नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री भी रह चुके है और बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में इनका योगदान सराहनीय था ।
चाचा नेहरू हमेशा कहते है के
बच्चे एक बगीचे में कलियों की तरह होते हैं और उन्हें सावधानीपूर्वक और प्यार से पोषित किया जाना चाहिए, क्योंकि वे राष्ट्र और कल के नागरिक हैं।
आज के दिन विद्यालयों में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है और बच्चो का उत्साहवर्धन किया जाता है और उनका मनोबल भी बढ़ाया जाता है, भाषण, कविताएं बोली जाती है, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, लेखन प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता आदि आयोजित की जाती है ।
बच्चे वो फूल है जिनसे महकता यह उपवन है,
सुबह की चाय, दोपहर का अलार्म और शाम की थकान को करते यह कम है
इन्ही से ही घर संसार है
इन्हीं से ही विद्यालय का सार है
अपनी वाणी को विराम देती हु और Children’s day की सबको बधाईयां देती हु।