रंगो से रंग भर
सपनो से आसमा सजा
अपनी काबिलियत का शोर मचा
वक्त आज तेरा आया है।
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, शिक्षक गण और मेरे प्यारे सहपाठीयो
सबसे पहले में दीप प्रज्वलन के लिए प्रधानाचार्य जी को मंच पे आमंत्रित करती हु।
दीप प्रज्ज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा है
विद्यालय का प्रांगण रोशनी से हुआ उजियारा है
झिलमिल सितारे अब कुछ ही देर में जमी पे उतरने वाले है
दिल थाम कर बैठे जनाब नटखट से परिंदे अब जलवा बिखेरने वाले है।
इस रंगीन सुबह की खूबसूरत शुरुआत करते है, और fancy dress competition का आगाज करते है और नन्हे नन्हे कदमों की थिरकन, और अपने अलग अलग अंदाज की कहानी बया करने आ रहे अब यह नन्हे सितारे, चलो अब रंगो की दुनिया से रूबरू करवाते है और नन्हे से सितारे का हौसला अफजाई करते है, जोरदार तालियों के साथ पहले प्रतिभागी को मंच पे आमंत्रित करते है ।
Thanku so much
अलग अलग रंग जब साथ नजर आते है
संस्कृति और सभ्यता का आभास कराते है
इंद्रधनुष की तरह फिर वो मिल जाते है
अनेकता में एकता, हिंद की विशेषता यही तो वो दर्शाते है।
अब अगले प्रतिभागी को मंच पे आमंत्रित करते है
Thanku so much
अब में कार्यक्रम के विजेता घोषित करने के लिए प्रिंसिपल sir को आमंत्रित करती हु।
अंत में चार पंक्ति कहकर अपनी वाणी को विराम देती हु और पारितोषिक जीतने वाले स्टूडेंट्स को ढेर सारी बधाइयां देती हु
एक दिन भी जी मगर अटल विश्वास बनकर जी
कल नही तू जिंदगी का आज बनकर जी
मत बन पुजारी स्वयं भगवान बनकर जी
एक दिन भी जी मगर इंसान बनकर जी।
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