खुशियों ने नग्मे बिखेरे
सितारों ने महफ़िल लगायी है
नए मेहमान के आगमण में तो
चंदा ने भी अपनी चारपाई बिछाई है।
खुशी से सजी शाम है
सितारों ने भी लगायी अपनी मेज है
हवाओं ने बिखेरे खूबसूरती के रंग है
क्योंकि आज घर आया एक नन्हा सा प्यारा सा मेहमान है।
खुशियों का पल आया है
जीवन को बड़ा भाया है
हर चेहरे पे मुस्कुराहट
और दुआ का सागर लाया है
आया है एक नन्हा सा मेहमान
आंगण में बजेगी अब किलकारी
अठखेलियाँ से महकेगा
यह घर संसार
मातत्व का एहसास
और पिता का आभास
सबसे बड़ा सुख
आयी है तुम्हारी संतान
परछाई है तुम्हारी
भैया जैसी आँखे और
भाभी जैसा रूप है।