Skip to content
Home » Script » Script on Mother’s Day in Hindi | Mother Day Script in Hindi | Best Shayari on Mother Day in Hindi

Script on Mother’s Day in Hindi | Mother Day Script in Hindi | Best Shayari on Mother Day in Hindi

  • by
mother day script, mother day speech, mother day poem

माँ एहसासों का वो आइना है, जिससे कुछ छिपा रहना मुश्किल है
माँ अगर दहलीज़ पर खड़ी इंतज़ार न करे तो सूखा रहता बचपन है
माँ सुबह की अलार्म और रात की प्यारी सी नींद की गोली है
माँ बच्चों की हर जिद पूरी करने अपने ख्वाबो को लांध कर चलने वाली खुशियों की झोली है।
माँ सृष्टि को रचने वाली, बचपन का कवच, जवानी की दोस्त और बुढ़ापे की सीख देने वाली ओषधि है।
माँ हस दे तो मुस्कुरा जाता यह आसमा है, और जहाँ माँ रोती वहाँ के जमीन में भी पड़ जाती दरार है।
माँ तेरे आँचल से लिपटा रहू, ऐसा सुकून और कहा है, रिश्तों के मायाजाल में ऐसा निस्वार्थ प्रेम और कहा है।

आकाश से सिमटकर, हवाओ से लिपटकर, खुशियों का कारवां लेकर इतने सारे सितारे किस और बढ़े जा रहे है, किस महफ़िल में अपनी रोशनी बिखेरने जा रहे है।
अरे आपको नही पता आज का दिन बहुत खास है,
आज mothers डे है, यू तो हर दिन माँ को ही समर्पित होता है, पर आज हम फीलिंग्स का करते इज़हार है,
माँ सिर्फ माँ नही, हमारे लिए भगवान है, यह जिंदगी भी उन्हीं के देन है,
तो आओ साथ मिलकर mothers day celebrate करते है
और अपना प्यार बया करते है।

Hello everyone, सादर नमस्कार, सादर jai jinendra

Respected principal mam, all my teachers and my fellow friends,

जैसा कि हम जानते है हम कोई भी कार्यक्रम दीप प्रज्वल्लन और सरस्वती वंदना से ही स्टार्ट करते है,

तो दीप प्रज्वल्लन के लिए में प्रिंसिपल mam को stage पे आमंत्रित करती हूं।

दीप प्रज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा है
विद्यालय का प्रांगण रोशनी से हुआ उजयारा है
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा सत सत अभिन्नन्दन है।

ममता के सागर में, प्यार की जहाज़ में
खुशियो के धरातल में,अपनेपन के वृक्ष में
अम्बर के सितारों में, सुसंस्कारों की छाव में
गगनचुम्बी इस दुनिया का अलौकिक सितारा है माँ।

Now I invite swati for sing a song on maa

Thanks swati

Now I invite prafool for the beautiful poem on maa and mother in law

ब रोते हुए संसार मे आई,
मुस्कराती माँ ने गोद लिया!
जब रोते हुए ससुराल में आई,
मुस्कराती सासु माँ ने गले लगाया
माँ ने जीवन दान दिया,सासु माँ ने जीवन साथी दिया।
उठना, बैठना, चलना सब माँ ने सिखया
सलीके से उठना बैठना चलना सासु माँ ने सिखाया,
माँ ने घर का काम सिखाया
सासु माँ ने घर चलाना सिखाया।
माँ ने कोमल कली सा रखा सासु माँ ने विशाल व्रक्ष सा बनाया।
माँ ने सुख में जीवन ने जीना सिखाया
सासु में ने दुःख में भी जीवन जीना सिखाया।
माँ ईश्वर समान हैं तो सासु मां गुरु समान हैं।।

Now I invite jannat for the fabulous speech on mother

Speech on Mother’s Day in Hindi | मातृ दिवस पर भाषण | Emotional Mother Day Speech in Hindi for School Students

माँ ग्रन्थ है सारे श्लोक उन्ही से है 
 माँ सागर है किनारा उन्ही से है 
 माँ जग है संसार उन्ही से है 
 माँ रचना है सृष्टि उन्ही से है। ”

एक शब्द जिसके अनेक रुप, एक लफ्ज़ जिसके अनेक भावार्थ, एक आवाज़ जिसके अनेक सुर, एक रूप जिसके अनेक प्रतिरूप वो है माँ.
एक शब्द में परिपूर्ण जिसका अस्तित्व , जिसकी व्याख्या करना मुश्किल, समेत लेती सारे दुखो को आँचल में फिर भी देती सबको प्यार है उसी का नाम है  माँ।
विशाल ह्रदय और आँखों में जिसके असीम प्यार है 
  माँ तेरी महिमा को वंदन बारम्बार है। ”
जब जीव माँ के गर्भ में प्रवेश करता है तो माँ कितनी खुश होती है और वो नो महीने उसका भार उठाती है उसका ख्याल रखती है और अपनी इछाओ का परित्याग करती है।  अपने बच्चे के लिए हर त्याग वह हसते हसते करती है।  कितनी पीड़ा और कितना दर्द होता है जब उसका बच्चा इस दुनिया में जन्म लेता है पर माँ अपने बच्चे को देख वह दर्द भी चुपचाप सहन कर लेती है।

” क्या होती है  ना है माँ 
  कितनी अलग होती है ना माँ 
  कितने त्याग करती है ना माँ 
  कितने दर्द सहती है न माँ।  ”

अपने बच्चे की ख़ुशी के लिए कितने त्याग करती है माँ, बच्चे की किलकारी और रात भर नहीं सोती है माँ।  स्तनपान से अमृत का पान और अपने  होने का एहसास कराती है माँ।  बच्चे को सूखा में सुला खुद गीले में सोती है माँ। बच्चा जब बीमार होता है तो रोती है माँ।

” माँ तू ही जन्नत है तू ही मेरा भगवान है 
  तेरे हर रूप को हम सबका सलाम है। ”

क्या हम कभी माँ के त्याग का मूल्य चूका पायगे ??

ग्रंथो में लिखा है की अगर हम हमारे शरीर का चमड़े का जता बना के माँ को पहना दे तो भी हम उसके दूध का क़र्ज़ नही  चूका सकते, उसका त्याग को हम भुला नही सकते।  माँ तो वो पारस पत्थर है जो हर किसे के नसीब में नहीं होती , कुछ लोग तो ऐसे भी होते है जिन्होंने माँ की सूरत भी कभी नहीं देखी होगी।

माँ को खुश रख लिया तो

जन्नत आपका घर ही बन जाएगा।  माँ का सम्मान करो , माँ को प्यार करो, माँ को आभास कराओ की वो आपके लिए क्या है. बुढ़ापे में उसकी लाठी बनो।  दुनिया की दौलत एक तरफ और माँ का प्यार एक तरफ है। ममता की  मूरत समर्पित तुझे सारे  संस्कार है, ह्रदय  में तेरा ही एक नाम है।

” माँ तेरे चरणों  में सत सत नमन है                                                                              
  भावना से हमारा उनको अभिनन्दन है
  दुनिया के प्रकाशपुंज का करते हम गुणगान है 
  सारी दुनिया की और से उनको वंदन बारम्बार है। ‘‘

Now I end my speech by dedicating two lines to mother

Upar jiska ant nhi use asma kehte hai
Jiske pyaar ka ant nhi use maa kehte hai

Read:

Grandparents Day Speech in Hindi

Poem on Sun in Hindi

error: Content is protected !!