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Poem on The Kapil Sharma Show

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Poem on The Kapil Sharma Show
Poem on The Kapil Sharma Show

The Kapil Sharma Show की कुछ तो अलग बात है 
जो लाखो की तादाद में लोग आज देख रहे है 
कपिल शर्मा हसी के ठहाके वहा लगाता है 
और हम जैसे कितने ही लोग आनंद की अनुभूति में डुबकी लगाते है। 

हसना, रोना, रूठना, मनाना 
यही जीवन का नाम है 
ख़ुशी उन्ही की राज़दार है 
जो हर वक़्त रहे एक समान है। 

ख़ुशी के लहरे हिलोरे गा रही है 
उदास चेहरों से हसी के नग्मे सुनाई दे रहे है 
थकी हारी बेहाल शाम को फिर ऊर्जा मिल गयी है 
तुम्हारे Show ने एक नयी मुस्कराहट चेहरों पे ला दी है। 

सिर्फ TRP नहीं बढ़ायी है तुमने,
बल्कि लाखो लोगो को हसी के समंदर में खींच लिया है 
तभी तो हर शाम हर दूसरे घर से कपिल शर्मा की ही आवाज़ सुनाई देती है 
क्यूंकि जिन्हे कभी न हसते देखा, उन्हें भी हसना तुमने सीखा दिया है। 

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