Skip to content
Home » Poem Dedicated to Wing Commander Abhinandan

Poem Dedicated to Wing Commander Abhinandan

  • by
Poem Dedicated to Wing Commander Abhinandan, Hindi Poem on  Wing Commander Abhinandan
Poem Dedicated to Wing Commander Abhinandan


झिलमिल सितारे सारे करते तुमको नमन है 
विंग कमांडर अभिननंदन तुम्हे मेरा सत सत वंदन है 
साहस की कायम करी जो तुमने मिसाल है 
भारत के गौरव में दर्ज़ हुआ एक नया नाम है। 

आज पूरा भारत तुम्हारे साहस के गीत गाता है 
देशभक्ति कहानियों में तुम्हारा नाम पहले आता है 
भीड़ कर दुश्मनो से जो तुम अविरल रहे 
इसलिए तो पूरा देश तुम्हारी गौरव गाथा गाता है। 

तुमने अपने जज़्बे का क्या परिचय दिया है 
६० घंटे हिरासत में रहने पर भी मोन नहीं तोड़ा है 
यातनाएँ सहना स्वीकार क्या लेकिन भारत के मान को झुकने नही दिया तुमने तो वतन की मिटटी की  महक पूरी दुनिया में फैला दी  है। 

तुमने उन कागज़ो के टुकड़े को निगल दिया है 
और दुश्मनो के हाथ खाली कटोरा पकड़ा दिया है 
विचलित न हुए तुम देख दूसरे मुल्क की भीड़ को 
तुमने तो हिरासत में भी वीरता का पाठ सीखा दिया है। 

पूरा भारत ने जश्न बनाया था 
तुम्हारे लौटने के ख़ुशी में हर कस्बे को सजाया था  
जब तुम रिहा होकर आये थे 
तब हर बहिन ने तुम्हारे इंतज़ार में  दहलीज़ पे दीपक लगाए थे।  

जैसा नाम तुम्हारा, वैसा ही अभिरूप तुम्हारा है 
पहले तीर्थंकर का स्वरुप तुम्हारा है 
कर दिखाया ऐसा पूरा भारत करता तुमको नमन है 
विंग कमांडर अभिननंदन तुम्हे मेरा सत सत वंदन है।  

error: Content is protected !!