ए गुजरते हुए लम्हों
जरा ठहरो, जरा ठहरोकुछ पल ही सही, कुछ वक्त ही सही,
आलम कुछ ऐसा सजाना है
इस दिन को और यादगार बनाना है
जिंदगी रफ्तार से आगे बढ़ रही है
ऊंचाईयो के आसमान को छूने जा रही है
राह अलग२ है, मंजिल भी होंगी अलग
टीचर्स होंगे अलग२, दोस्तो की मंडली भी होंगी अलग
यह दिन बड़े याद आयेंगे,कभी चाय की चुस्की लेते हुए तो कभी खाट पे लेते हुए,
कभी पिज्जा 🍕 खाते हुए दोस्तो की याद सताएगी
तो जिंदगी discipline सिखाएंगी तो गुरु की याद आयेंगी
यह वो पन्ने है जो साथ निभायेंगे आखिरी पल तक
जिंदगी की असली परीक्षा तो यारो अब शुरू होंगी।
नई राहों के राहगीर
कारवां खतम होने को है
नई राही तुम्हारे इंतजार में है
जी लो इन पलों को फिर एकबार
बहुत सारी खुशियां तुम्हारे कतार में है।
पलकों पे लेकर आसमान लाए है
चांद सितारे भी सारे साथ लाए है
विदाई की इस बेला पे
सक्सेसफुल लाइफ के लिए दुआए के सागर में खुशियों के गुलदस्ते लाए है।
हैप्पी फेयरवेल
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