आओ हिन्दी दिवस पर एक स्वप्न साकार करते है
Good morning छोड़कर सुप्रभात कहकर दिन की शुरआत करते है
रोजमर्रा की जिंदगी में इसे इस्तमाल करते है
पधारो सा कहकर इसे सम्मान देते है
क्योंकि
हिंदी सिर्फ भाषा ही नही हम सबकी जननी है
सबसे अलग हम भारतीय और हमारी भाषा, क्योंकि हम हिंदुस्तानी है।
A warm welcome to respected principal sir, all my teachers and my dear friends
में जीनल कक्षा 11 की छात्रा इस खूबसूरत सी सुबह को और खुशनामा बनाने का प्रयास कर रही हु और हिंदी दिवस की सबको हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए इस कार्यक्रम का संचालन करने जा रही हु।
इस कार्यक्रम को स्टार्ट करने से पहले में दीप प्रज्वलन के लिए प्रिंसिपल mam और हमारे आज के chief guest sir को मंच पे आमंत्रित करती हु।
दीप प्रज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा है
विद्यालय का प्रांगण रोशनी से हुआ उजियारा है
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन है
पधारे गए अथिति को मेरा कोटि कोटि वंदन है।
अब में कॉलेज की प्राचार्य को निवेदन करती हु की वो उदबोधन स्वरूप दो शब्द कहकर हमे अनुग्रहित करे।
सारे फूल आपसे है
यह खिलता हुआ बगीचा भी आपसे है
हम सबके दिलो में बसने वाली हमारी प्यारी प्रिंसिपल mam,
यह विद्यालय की शोभा और यह विद्यालय भी आपसे ही है।
अब में आज के इस कार्यक्रम के मुख्य अथिति sir से रिक्वेस्ट करती हु की वो शब्द कहे।
सुबह की किरणें प्रस्फुटित होता जैसे आकाश है
वैसे ही आपके आगमन से विद्यालय में फैला नया प्रकाश है
अल्फ़ाज़ तो नही है मेरे पास अब कहने को
पर आप जैसे अथिति जिस प्रांगण में पधारे हो
उस कार्यक्रम में लग जाते चार चांद है।
15 अगस्त 1947 में हमारा भारत आज़ाद हो गया था। स्वतंत्र प्राप्ति के बाद भारत के पास सबसे बड़ी समस्या भाषा की थी।क्योंकि भारत के हर कोने में अलग अलग बोली बोली जाती है जिसे हम क्षेत्रीय भाषा के रूप में भी जानते है।तब संविधान सभा ने14 september1949 में हिंदी को राजभाषा बनाने का निर्णय लिया और इसके प्रचार प्रसार को बढ़ाने के लिए सन 1953 में पहला हिंदी दिवस बनाया गया। तब से लेकर आज तक 14 September को हिंदी दिवस पूरे भारत में मनाया जाने लगा।
आओ हिन्दी दिवस प्रोग्राम का करते आगाज आप सबकी तालियों के साथ है।
अब मंच पे पहली प्रस्तुति देने, हिंदी के महत्व को समझाने के लिए कक्षा ११ के छात्र, छात्राओ को स्किट के लिए मंच पे आमंत्रित करती हु।
Thanku Monica and group
हिंदी सिर्फ भाषा ही नही, जरिया है खुद को व्यक्त करने का
अपनी फीलिंग्स को सहज और सरल रूप में कहने का
कितना भी कर लो तुम अंग्रेज़ी से प्यार
पर जब भी तुम करना चाहोगे इकरार
हिंदी में ही करोगे तुम वार्तालाप
Multinational, International company में करते होंगे तुम काम
पर तुम्हारी हर नस में है हिंदी का ही है नाम
Good morning कहके बाहर करते होंगे तुम greet
पर जब भी कोई मेहमान तुम्हारे घर आये तो पधारो सा ही तुम कहते होंगे |
अब में कक्षा ११ वी की छात्रा वीना को हिंदी दिवस पर अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित करती हु।।
करो तुम हिंदी से प्यार
क्योंकि हिन्द से बना हिंदुस्तान
और हिंदी भाषा है हर भारतीय की पहचान
संस्कृति का इसमें है सार
छाया इसमें प्यार और अपनेपन का संसार।
अब में काव्या को गीत प्रस्तुति के लिए मंच पे आमंत्रित करती हु।।
Thanku kavya
धन्यवाद ज्ञापन स्पीच
अंत में चार पंक्तियों से अपनी वाणी को विराम देती हूं और हिंदी दिवस की एक बार फिर से सबको हार्दिक शुभकामनाएं देती हु।
हिंदी का करो तुम आदर
मत बनो सिर्फ English के father
वरना जड़ से तुम रह जाओगे अनजान
आने वाली पीढ़ी को कैसे दोंगे तुम हिंदी का ज्ञान है।
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