जैन दिक्षा / संयम पर बनाई हुई हिंदी कविता
1.Poem on Diksha in Hindi दीप प्रज्ज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा हैपारख कुल का प्रांगण रोशनी से हुआ उजियारा हैझिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन… Read More »जैन दिक्षा / संयम पर बनाई हुई हिंदी कविता
1.Poem on Diksha in Hindi दीप प्रज्ज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा हैपारख कुल का प्रांगण रोशनी से हुआ उजियारा हैझिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन… Read More »जैन दिक्षा / संयम पर बनाई हुई हिंदी कविता
प्रस्तावनाहिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है। पूरे भारत मे इसी का उपयोग सबसे ज्यादा होता है। हिंदी दिवस प्रत्येक वर्ष के 14 september को पूरे भारत… Read More »Hindi diwas par nibandh | Speech on Hindi Diwas | Hindi Diwas kyu aur kab manaya jata hai | Poem on Hindi Diwas
बारिश के समय आसमान में एक सुंदर सी आकृति नज़र आती है जिसे हम इंद्रधनुष कहते है।पर क्या आप जानते है कि इंद्रधनुष बनता कैसे… Read More »आसमान में इंद्रधनुष कैसे बनता है ?
गुणों की खान———– मिटटी है महान् चंचल जिसका जीवन है, मति जिसकी तेज है धीमी जिसकी रफ़्तार है, स्थायी जिसकी सोच है बिखरी है जमी… Read More »Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्
“नसीब का यह गुल्फत है मिलता नहीं हर किसी को यह अमूल्य उपहार है सारी जहा की क़यामत कम पड़ जाती जहा बंधता प्रेम का… Read More »Hindi Poem on Raksha Bandhan
Poem on The Kapil Sharma Show The Kapil Sharma Show की कुछ तो अलग बात है जो लाखो की तादाद में लोग आज देख रहे… Read More »Poem on The Kapil Sharma Show
We Humans सूरत के एक काम्प्लेक्स की दमखल दीवारों से चीत्कारे सुनाई देती और हम इंसान उसका लाइव वीडियो बना रहे होते है… Read More »We Humans -हम इंसान भी कितने अजीब है न
फिर खिला गुलज़ार ….. हसकर गले लगा ले ऐ जिंदगी रोने वालो को कौन पूछता है क़ब्र भी जगह देने से पहले सो बार सोचता… Read More »Hindi Poem -फिर खिला गुलज़ार