आकाश से सिमटकर, हवाओ से लिपटकर इतने सारे सितारों का कारवां किस महफिल की
और जा रहे है, कहा अपनी रोशनी बिखेरने वाले है
वही जहा,
खुशियों से महकता आंगन है
खिल उठा देखो कैसे परिवार का प्रांगण है
हंसते, मुस्कुराहटे, गुजरते यह लम्हे है
कुछ यादों का सिलसिला और
कुछ आने वाले वक्त की रवानी है
मजबूती से जुड़े है हमारी रिश्तों की डोर
चेहरे की चमक खुद बया करती अपनी कहानी है
बैठे है हम आज एक साथ
कहने को कुछ अल्फाज आज अपने जुबानी है।
सबसे पहले
नमन दादोसा दादिसा आपको करते है
जहा कही भी हो यही दुआ करते है
सिर पे रहे आपका हाथ,
जहा से भी महके आपका गुलजार
इन्ही शुभकामानयो के साथ श्रदा सुमन के फूल आपको अर्पित करते है।
झिलमिल सितारे करते आपको वंदन है
पिन्नु चाचाआपके चरणों में सत सत अभिनंदन है।
बात करते है उनकी
मां के समान ममता बरसाती
बहन समान देती जो प्यार है
रिश्तों की बगिया की सबसे प्यारी
वो फुलवार है
कहते है प्यार से जीजी
आप से यह संसार है
सबको साथ लेकर चलते हो
तभी तो आज भी घर में हम सब में वो ही प्यार है।
वाणी में भरी जिनके मिठास है
खुशमिजाज मेरी भुआसास है
चेहरे पे रहती हरदम मुस्कान है
मेहमान निवाजी इनका मिजाज है
प्यार से सब कहते चंदू जीजी इन्हे
मेहता परिवार की यह शान है।
मान मनवार में इनका मुकाबला नही
बिना खाए कभी निकल न पाए
मेवा की भरी रहती हमेशा जिनके यहां थाल है
चोपड़ा परिवार की यह शान है
भाईयो की अजीज और भाभी की कनीज है
प्यार से कहते इन्हे परमिला जीजी।
खुशियों की पूरी दुकान है
भंडारी परिवार की आन बान शान है
इनका अपना अलग ही अंदाज है
खुशी भरा इनका मिजाज है
बहनों में सबसे छोटी और भाईयो की लाडली है
कहते इन्हे बेबी जीजी।
सबसे बड़े और सबसे अलग है
बहनों के प्रिय है
वो है बड़ेपापा हमारे।
तारीफ में क्या कहूं इनके
यह तो पूरा फूलो का गुलदस्ता है
नारियल जैसे कठोर दिखते है
अंदर से पूरा चंदन है
फिक्र सबकी रहती इनको
अलग इनका मिजाज है
पशु पक्षी की भी रहती इनको चिंता
दिल से बड़े नरम,
यह है पापा हमारे।
खाना बनाना और खिलाने का जिन्हे बड़ा शौक है
पूरा परिवार की यह जान है
बहनों के खास, भाईयो के दिल के पास रहते जो हरदम
हमेशा यूंही रहे हम साथ साथ है
चाचा की कुछ अलग ही बात है
इनकी मुस्कुराहट भर रही रिश्तों में नए रंग है ।