आओ हम मैथेटिक्स को जानते है
और इसे अपना फेवरेट बनाते है
क्योंकि चांद से लेकर तारो तक
सूर्य से लेकर ब्रह्मांड तक
नदियों से लेकर सागर तक
पहाड़ों से लेकर पठार तक
हर जगह को रची है
ब्रह्मांड की हर वस्तु में वो ही तो बसी है।
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, समस्त शिक्षक गण और मेरे प्यारे सहपाठीयो
सर्वप्रथम राष्ट्रीय गणित दिवस की सबको हार्दिक शुभकामनाएं देती हु और इस श्रीनिवास रामानुजन के चरणों में वंदन करती हु।
विश्व के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 dec 1887 को तमिलनाडु के इरोड नगर के एक छोटे से गांव में हुआ।
रामानुजन ने गणितीय विश्लेषण, संख्या सिद्धांत, अनंत सीरीज और निरंतर भिन्न अंशो में महत्वपूर्ण योगदान दिया ।
आज का दिन उन्ही की याद में बनाया जाता है, गणित के महत्व को भी दर्शाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 22 दिसंबर 2012 को रामनुजन की 125 जयंती पर देश में पहला राष्ट्रीय गणित दिवस बनाया गया तब से हर वर्ष 22 दिसंबर को यह दिन बड़े ही रोचक तरीके से बनाया जाता है। इस दिन विद्यालय में शोधकार्य, मैथ्स एग्जिबिशन लगते है और विद्यार्थी इसमें अपनी प्रतिभा दिखाते है, और मैथमेटिक्स के प्रोफेसर कोAs a chief guest बुलाया जाता है, और विधार्थियो को प्रोत्साहित भी किया जाता है।
Fractions से लेकर decimal तक
Algebra से लेकर trignometry तक
बस सीखते जाना है
क्योंकि दुनिया की हर चीज़ में
इसकी तो माया है।
क्योंकि दुनिया की हर चीज में इसी की तो माया है।
World Environment Day Speech In Hindi 2022
अगर सूर्य और चांद की बीच की दूरी निकालनी हो या समुद्र तल की गहराई नापनी हो या कोई नींव रखनी हो या कोई बड़ा सा महल खड़ा करना हो या कोई वस्तु खरीदनी हो, बेचनी हो, कही जाना हो या कही आना हो हर जगह मैथमेटिक्स काम आती है और इसी की importance बताने के लिए हम राष्ट्रीय गणित दिवस बनाते है।
अंत में चार पंक्तियों से अपनी वाणी को विराम देती हु और मैथमेटिक्स डे की सबको हार्दिक शुभकामयाए देती हु।
एक लम्बा से सफ़र है, बस चलते जाना है
बिना रुके बिना हारे हर चीज़ को बारीकी से समझना है।
रटने का विज्ञान नही, यह जीवन का सार है
अनुभवी लोगो की कामयाबी की यही मिसाल है।