Hello everyone सादर नमस्कार
यहाँ उपस्थित सभी श्रोतागनो को मेरा नमस्कार।
खिलता है कमल कीचड़ में
तपता है सोना मैदानों में
सूरज को सारथी बना, पसीने के अमृत बहा
मेहनत का टीका लगा, अपने जज़्बे का डमरू बजा
तभी बनेगा तू खिलाड़ी जो पड़ेगा 100 पे भारी
इतना आसान नही होता है खेल
वरना हर कोई बन जाता न तेंडुलकर।
जैसा कि हम सब जानते है कि राष्ट्रीय खेल दिवस हॉकी के दिग्गज़ खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद जी के जन्मदिवस पर मनाया जाता है।
खेल मानव जीवन के लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि पढ़ाई से तो सिर्फ बौद्धिक विकास ही संभव है लेकिन खेलने से शारिरीक विकास होता है।
कहाँ भी जाता है ” एक स्वस्थ शरीर मे ही स्वस्थ मस्तिक का विकास हो पाता है।“
खेल से ना सिर्फ शारीरिक विकास होता है बल्कि सद्गुणों और स्नेहभावना का जन्म भी होता है। शरीर तंदरूस्त रहता है और स्फूर्ति आती है और दिमाग शांत रहता है।
खेल से सामाजिक भावना भी उत्पन्न होती है और देशभक्ति की भावना जागृत होती है।
जितने वाले कुछ अलग नही करते है बल्कि वो हर कार्य को अलग तरीके से करते है।
उसी प्रकार जब एक व्यक्ति किसी खेल से जुड़ जाता है तो उसका लक्ष्य सिर्फ जितना न होता है बल्कि उस सब से उठकर देश के लिए कुछ कर गुजरने का होता है। उसका हर प्रयास देश के गौरव के साथ जुड़ा होता है । राष्ट्रीय और देशभक्ति की भावना जन्म लेने लगती है जिससे उसका लक्ष्य को छेदने की क्षमता बढ़ जाती है और मेहनत की गति और बढ़ जाती है और विश्वास और दृढ़ हो जाता है।
Speech on Ambedkar Jayanti in Hindi
खिलते है नित्य नए फूल बागों में
और कितने ही रचते इतिहास खेलो में
जज़्बे और लगन से उतरते वो मैदानों में
बढ़ाते है गौरव देश का वो दुनिया मे।
खेल इंसान को सशक्त बनाता है, मज़बूत बनाता है, परिस्तिथियों से लड़ना सिखाता है और कामयाबी के तरफ निरंतर बढने की प्रेरणा देता है। इसलिए हमारा प्रयास रहना चाहिए कि हम हमारे बच्चो को किसी न किसी खेल से अवश्य जोड़े ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास हो सके और देश को एक दिग्गज़ खिलाड़ी हम भी प्रदान कर सके।
इसी भावना के साथ कुछ पंकितयों से अपनी वाणी को विराम देती हूं और आज के दिन की सबको शुभकामनाएं देती हूं
खिलता है उपवन
जब नयी फ़सले आती है
और देश का सीना चौड़ा हो जाता
जब जीत के कोई खिलाड़ी वापस देश आता है
स्वागत में उसके पूरा हिंदुस्तान खड़ा होता है
तिरंगा भी शान से लहराता है
खेल से राष्ट्रीय भावना आती है
और देशभक्ति की भावना जागृत होती है।