Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्
गुणों की खान———– मिटटी है महान् चंचल जिसका जीवन है, मति जिसकी तेज है धीमी जिसकी रफ़्तार है, स्थायी जिसकी सोच है बिखरी है जमी… Read More »Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्
गुणों की खान———– मिटटी है महान् चंचल जिसका जीवन है, मति जिसकी तेज है धीमी जिसकी रफ़्तार है, स्थायी जिसकी सोच है बिखरी है जमी… Read More »Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्
कुछ तो अद्भुत मेरे शहर में है घोंसला यह शहरवासियों का है घरोंदा ये प्यार और अपनेपन का है जहा मेहमानो को माना जाता भगवान… Read More »Poem on Mera Shehar-Jodhpur
अहिंसा परमो धर्म दिव्य है दीवार जिसकी, अखण्ड… Read More »Poem on Truth-अहिंसा परमो धर्म
कितना प्यारा दर्पण हैजिसमे दिखा मुम्बई की रेल ðका समर्पण हैबिना रुकेð¥ बस चलते जाना हैसाँसे भी सिसकियाð में पी जाना है ।हाथð¤ थामे एक… Read More »Poem on Mumbai Local Train
Poem on Tree in Hindi 1.Small Poem on Tree in Hindi/पेड़ पर बाल कविता सृष्टि को सुंदर बनाते हो हमारे ख्वाबो को पंख तुम्ही तो… Read More »Poem on Tree in Hindi/पेड़ पर बाल कविता
Agar me titli hoti अगर में तितली होती तो यह आसमान मेरा होता रंग बिरेंगी परिधानो से यह श्रृंगार मेरा होता। अगर में तितली… Read More »Hindi poem -अगर में तितली होती
साहित्य समाज का दर्पण होता है। साहित्य और समाज परस्पर एक दूसरे को प्रभावित करते है। साहित्य और समाज एक दूसरे के प्रतिबम्ब होते है।… Read More »Role of Writers in Indian Freedom Struggle
Poem on Independence Day 15 August घायल पड़ा शेर है, फिर भी जज़्बा कमाल का है जेल में सड़ी गली रोटियाँ है फिर भी आज़ादी… Read More »Poem on Independence day-एकता की देहली पे लहराता भारत का तिरंगा
Poem-Say no to Plastic प्लास्टिक का करे बहिष्कार है आओ मिलकर करे नव निर्माण है ऐसी कोशिकाओं का करे… Read More »Poem-Say no to Plastic
“नसीब का यह गुल्फत है मिलता नहीं हर किसी को यह अमूल्य उपहार है सारी जहा की क़यामत कम पड़ जाती जहा बंधता प्रेम का… Read More »Hindi Poem on Raksha Bandhan