देखकर चांदनी को फिर एक बार चांद शरमाया है
जैसे प्यार भरा मौसम फिर लौट आया है
वो हाथों में हाथ और वो प्यार भरी मुलाकाते
और वो हसीन वादिया और वो ढेर सारी बातें
जो कहानी बन कितने किरदार निभा जाती है
झलकते जज्बात से दिल का हाल बता जाती है
और आज देखते ही देखते इस कहानी को २५ वर्ष पूरे हो गए है
और आज दी जीजू हम सब मिलकर देते इस दिन की आपको ढेर सारी बधाईयां है
फूलों ने सबनम बिखेरे
तारों ने अपनी सेज लगाई है
आसमान खुद धरती पर उतर आया
मौसम ने लगाई अपनी चारपाई है
ठंडी रातों में शोला बनी यह रजाइ है
प्यार हर मर्ज की दवाइ है
नए वर्ष ने दे फिर नए सफर की शुभकामनाएं है
आपको हम सब की और से ढेर सारी बधाई है।
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