A,B,C,D अ, आ, इ, ई हमे सिखाया है
रोते हुए आए थे हम, हमे प्यार से गले लगाया है
सींच सींच कर एक ऐसा पौधा बनाया है
इम्तिहान से हम न डरे इतना मजबूत बनाया है
खिलते रहे हम कमल के भांति चरित्र निर्माण का पाठ हमे पढ़ाया है
परिंदो की तरह खुले आसमान में उड़ने का साहस हमे दिखाया है
एक टीचर का फर्ज आपने बखूभी निभाया है
और इस विद्यालय ने हमें बहुत कुछ सिखाया है।
आदरणीय प्रधानाचार्य जी, समस्त शिक्षक गण ,पधारे गए अथिति गण और मेरे प्यारे सहपाठी
सर्वप्रथम सभी को इस दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देती हु और स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति, और राष्ट्र का निर्माण करने वाले शिक्षक dr सर्व पल्ली राधाकृष्णा के चरणों में वंदन करती हु जिनके जन्मदिवस पर और उनकी याद में यह शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
उनका एक कथ्य जो शिक्षक के लिए है,
शिक्षक वह नही जो छात्र के दिमाग में तथ्य को जबरन ठूसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वो है जो आने वाली चुनौतियों के लिए हमे तैयार करे।
जैसा की हमारे भारत की परंपरा है की हम किसी भी कार्य की शरूवात दीप प्रज्वलन और सरस्वती पूजन से करते है तो दीप प्रजवल्लन और सरस्वती पूजन के लिए मंच पे आमंत्रित करती हु संस्थान के अध्यक्ष और प्राचार्य को।
दीप प्रज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा है
विद्यालय का प्रांगण रोशनी से हुआ उज्यारा है
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन है
पधारे गए सभी अथिति को मेरा कोटि कोटि वंदन है।
मिल जाते उसे मझधार में मोती,
जिसने गुरु का मार्गदर्शन पाया है
वरना कस्ती डूब जाती गहरे समुंद्र में
क्यूंकि किनारा उसे न किसी ने दिखाया है
यह तो दो वो हाथ है जो हजारों हाथो के बराबर है
कुंभकार की तरह गढ़ दे तो ढल जाते अनेक रूपो में
वरना रह जाते यूंही बंजर
तराश दे इन्हें कोई तो बन जाता है हीरा वरना रह जाता मामूली पत्थर
तभी तो बोझ इनपे कुछ ज्यादा है, पर संकल्प इनका सच्चा है
राष्ट्र निर्माण का दायित्व भी इनके दोनों हाथों में है।
कार्यक्रम की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अब में सुनीता maam से रिक्वेस्ट करूंगी की वो sir का माल्यार्पण कर स्वागत करे।
अब में नवीन sir से रिक्वेस्ट करूंगी की वो साफ़ा पहनाकर और मोमेंटो प्रदान कर sir का स्वागत करे,
अब में पधारे गए मुख्य अथिति sir से रिक्वेस्ट करूंगी की वो अपना स्थान ग्रहण करे,
अबअब में पहली प्रस्तुति के लिए बुलाना चाहूंगी सक्षम and group को जो सामूहिक नृत्य लेकर आ रहे है तो एक बार जोरदार तालियों के साथ मंच पे आमंत्रित करते है हमारी पहली प्रस्तुति को …..
उसके बाद आप बोल सकते है
क्या परफॉर्मेंस थी, क्या शानदार प्रस्तुति थी,
अब में मंच पे बुलाना चाहूंगी नीरज और रिंकल को जो टीचर्स day par कुछ surprises लेकर आ रहे है और अपनी परफॉर्मेंस से सभी टीचर्स को हंसाने वाले है
So put all your hands together to welcome on stage our next performance
Waah waah audience ki तालियों और उनके जोश ने इस परफॉर्मेंस में जान डाल दी, इस परफॉर्मेंस ने तो टीचर्स के दिलो को छू लिया है, क्या मिमिक्री और क्या एक्टिंग masaah allah
अब में मंच पे बुलाना चाहूंगी meenal को जो गायन से शिक्षकों का अभिवादन करने वाली है।
So welcome on stage jeenal
उसके बाद आप बोल सकते है
क्या सुर और क्या ताल है आवाज भी कमाल है
बढ़ा के सभी धड़कन जीत ली यह महफिल
हम सभी हो गए आपकी आवाज के कायल।अब में सभी टीचर्स को स्टेज पे बुलाना चाहूंगी , we have so many surprises and games for you on stage,
आप music 🪑 एंड और गेम्स खेला दीजिए।अब में प्राचार्य को मंच पे आमंत्रित करती हु कि वो उद्बोधन स्वरूप दो शब्द कहे और कार्यक्रम का समापन करे ।
अंत में चार पंक्ति कहती हु और टीचर्स डे की सभी teachers को हार्दिक बधाइयां देती हु।
हम एक बेहतर इंसान तो बन गए है
पढ़ लिख कर विद्धवान तो बन गए है
अगर गिरते है तो संभलना सिख गए है
किस रास्ते पे चलना है वो भी समझ गए है
कहा इन्वेस्ट करना है और किस चीज़ से दूर रहना है यह भी सिख गए है
सही और गलत के बीच का फर्क करना सीख गए है।
पर इन सबका credit किसको जाता है
वही जो डेबिट कार्ड बनकर घूमता है
और हमारी सफलता में मंद मंद मुस्कुराता है
वह गुरु ही है
जो हमे एक बेहतर इंसान बनाता है।
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