“नसीब का यह गुल्फत है मिलता नहीं हर किसी को यह अमूल्य उपहार है
सारी जहा की क़यामत कम पड़ जाती जहा बंधता प्रेम का यह डोर है।”
१. एक पत्र भाई के नाम |Raksha Bandhan Kavita (Poem) Hindi राखी पर कविता |Rakhi Poem For Brother And Sister
याद आते है वो दिन
प्यार भरे लम्हो का वो बचपन
जहा शैतानिया अक्सर तुम किया करते थे
और ममी की डांट हमेशा मुझे ही लगती थी।
भैया तुम्हे याद है वो दिन
जहा हम घंटे पतंग उड़ाया करते थे
और तुम मेरी पतंग हमेशा काटकर
फिर मुझे बहुत चिढ़ाया करते थे।
भैया तुम्हे याद है स्कूल के वो दिन
जब तुम अपना होमवर्क नहीं करते थे
और टीचर्स डांट न दे इसलिए
मुझे प्यारी बहना प्यारी बहना कहकर सारा होमवर्क करा लिया करते थे।
आज भी याद आते है वो दिन
जहा हम घंटे लड़ा करते थे
वो गरम गरम पराठा जब भी ममी मेरे लिए बनाती थी
तुम कैसे खाकर भाग जाते थे।
जब तुम्हारी कोई जिद्द पूरी नहीं होती थी
तो छोटा सा मुँह लेकर कैसे मेरे पास आते थे
और में अपना गला फोड़कर
फ़ौरन तुम्हारे लिए वो ले आती थी।
जब मेरी शादी होने वाली थी
तो सबसे ज्यादा तुम ही खुश हुए थे
पर जब मेरी विदाई हुई
तो अकेले कोने में जाकर तुम कितना रोये थे।
अब न तो किसी से लड़ती हु
न किसी से झगड़ती हु
इस रक्षा बंधन पर तुमसे बहुत लड़ना चाहती हु
बचपन के उन पलो को फिर जीना चाहती हु।
अब कोरोना शायद इस बारे नहीं आने दे
इसलिए अपने पत्र से अपना प्यार बया कर रही हु
तुम हमेशा खुश रहो
बस यही दुआ कर रही हु।
२. Hindi Poem on Raksha Bandhan
बहन करती जिसका बेसर्बी से इंतज़ार है
देखो आ गया राखी का त्यौहार है
भाई की कलाई और बहन का प्यार है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।
झिलमिल कर रहे सारे सितारे है
बज रही दिल में गीतार है
हो रही थोड़ी तकरार है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।
सज गयी सारी बहने है
भाईओं ने भी पहनी पगड़ी है
ढीली हो रही जेब है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।
गुलाब जामुन से सज गयी थाल है
कुकु, चावल ने भी धारण किया अपना स्थान है
वक़्त भी दे रहा एक मिसाल है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।
पूछ रही बहना एक सवाल है
क्या दे पाओगे मुझे रक्षा का वरदान है
यह सिर्फ धागा नहीं है वादा साथ निभाने का है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।
भाई ने दिया प्यारा जवाब है
मेरी बहन मेरे लिए नायब है
उपहारों में फूलो की हुई बौछार है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।
हर किसी के किस्मत में बहन का प्यार कहा है
वो खुसनसीब है जिनके भाग्य में एक प्यारी बहना है
सुख दुःख बाटने का ख़िताब उसे ही मिलता है
देखो राखी से सज गया सारा बाज़ार है।