जैन तपस्या / जैन तप पर शायरी
हमारे पिछले कर्मो का ही फल है कि हमे मनुष्य भव मिला और जैन धर्म मिला और गुरुजनों का सानिध्य मिला और जिनवाणी सुनने का… Read More »जैन तपस्या / जैन तप पर शायरी
हमारे पिछले कर्मो का ही फल है कि हमे मनुष्य भव मिला और जैन धर्म मिला और गुरुजनों का सानिध्य मिला और जिनवाणी सुनने का… Read More »जैन तपस्या / जैन तप पर शायरी
पांचला की धरा पे जन्म हुआ एक अबोध बालिका कापारख कुल का खिला उपवन महके सारे सुमनखुशियों के दीप जले, हर्षित हुआ कण कणरोशनी का… Read More »दीक्षा पे संवाद | Play for Jain Diksha | Diksha pe kavita
1.Poem on Diksha in Hindi दीप प्रज्ज्वलित हुए, हुआ नया सवेरा हैपारख कुल का प्रांगण रोशनी से हुआ उजियारा हैझिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन… Read More »जैन दिक्षा / संयम पर बनाई हुई हिंदी कविता
झिलमिल सितारे सारे करते आपको वंदन हैज्ञान की अलख जगाने वालो को मेरा सत सत अभिन्नन्दन है। एक खूबसूरत सी सुबह की खूबसूरत शरुआत करते… Read More »Anchoring Script of School/College Farewell Party in Hindi | मंच संचालन स्क्रिप्ट-स्कूल कॉलेज फेयरवेल पार्टी