Jain Diksha speech in Hindi | speech on Jain Diksha
मार्ग है दुश्वार, खांडे की धार हैसंभल संभल के कदम बढ़ाना, पग पग पर शूल हैऊपर तपता सूरज, नीचे धड़कते अंगारे हैविचलित न होना तुम,… Read More »Jain Diksha speech in Hindi | speech on Jain Diksha
मार्ग है दुश्वार, खांडे की धार हैसंभल संभल के कदम बढ़ाना, पग पग पर शूल हैऊपर तपता सूरज, नीचे धड़कते अंगारे हैविचलित न होना तुम,… Read More »Jain Diksha speech in Hindi | speech on Jain Diksha
पांचला की धरा पे जन्म हुआ एक अबोध बालिका कापारख कुल का खिला उपवन महके सारे सुमनखुशियों के दीप जले, हर्षित हुआ कण कणरोशनी का… Read More »दीक्षा पे संवाद | Play for Jain Diksha | Diksha pe kavita