Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्
गुणों की खान———– मिटटी है महान् चंचल जिसका जीवन है, मति जिसकी तेज है धीमी जिसकी रफ़्तार है, स्थायी जिसकी सोच है बिखरी है जमी… Read More »Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्
गुणों की खान———– मिटटी है महान् चंचल जिसका जीवन है, मति जिसकी तेज है धीमी जिसकी रफ़्तार है, स्थायी जिसकी सोच है बिखरी है जमी… Read More »Poem on Soil in Hindi-मिटटी है महान्