मंच संचालन हेतु ताली शायरी । Clap Shayri |
गुनगुना रही शाम हैसितारों ने भेजा नया पैगाम हैएंकरिंग करना मेरा काम हैअगर आपकी साथ और आपकी तालियों का साथ मिल जाएतो महफिल में आ जायेंगी नई जान है। चेहरे पे मुस्कुराहट हो तोगम भी फीके से लगते हैमुश्किल राहों में,मुश्किल भी अपनी सी लगती हैऔर मिल जाए अगर मंच को आपका प्यार हैआपकी तालियों … Continue reading मंच संचालन हेतु ताली शायरी । Clap Shayri |
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