Speech on samvatsari in hindi| पर्युषण पर्व पर हिंदी स्पीच| Slogans on Samvatsari

एक से बड़े रत्नों का जिसमे समाया सार हैचार खंड के अधिपति ने भी समझा जिसका सार हैछोड़ के धन संपत्ति, छोड़ दिया जिसने मायाजाल हैजिनकी गाथाओं से गौरान्वित होता पूरा जैन समाज है। श्रमण भगवान महावीर स्वामी को वंदन नमस्कार करने के प्रश्चात उन्ही की आज्ञा में विचरण करने वाले गुरु भगवंतों के चरणों … Continue reading Speech on samvatsari in hindi| पर्युषण पर्व पर हिंदी स्पीच| Slogans on Samvatsari